देश के अपनी जान देने वाला संदीप सभी को बहुत याद आएगा। पाकिस्तान रेर्जस से मुठभेड़ में उत्तराखंड के इस लाल ने पूरी बहादुरी के साथ जंग लड़ी और वीरगति को प्राप्त हुआ। 26 साल का संदीप सिंह भले ही दूर चला गया हो पर जाते जाते दून को गौरवांतित कर गया।
देहरादून के नवादा निवासी 6 गढ़वाल के संदीप सिंह रावत (26 वर्ष) पुत्र हरेंद्र सिंह रावत जम्मू-कश्मीर के तंगधार में बीते शाम पाकिस्तानी रेंजर्स से लोहा लेते हुए शहीद हो गए। संदीप दो वर्ष पूर्व ही फौज में भर्ती हुए थे। एक बेहतरीन बॉक्सर होने के नाते वे खेल कोटे से फौज में भर्ती हुए थे। संदीप के पिता हरेंद्र रावत फौज से रिटायर हैं।
राइफलमैन संदीप सिंह रावत उत्तराखंड के जिला पौड़ी गढ़वाल स्थित घोड़पाला तल्ला गांव में जन्मे संदीप बचपन से ही दिलेर और दूसरों की मदद करने वाले थे। संदीप सभी देशवासियों को गर्व है तुम पर। संदीप सभी देशवासियों को गर्व है तुम पर। और तुम्हारी वीरता सबके लिए प्रेरणा है।