हरिद्वार – धर्मनगरी हरिद्वार में अन्नदाता किसान यूनियन के बैनर तले चल रहे तीन दिवसीय किसान सम्मेलन का समापन किया गया। इस सम्मेलन में पूरे देश से किसान पहुंचे सम्मेलन में किसानों ने केंद्रीय और राज्य सरकार द्वारा किसानों की अनदेखी को लेकर अपना आक्रोश उत्पन्न किया साथ ही सरकारों को ज्ञापन के माध्यम से किसानों को होने वाली कई समस्याओं से अवगत कराया।
अन्नदाता किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरुमुख सिंह का कहना है कि केंद्र सरकार ने कहा था कि जल्द ही एमएसपी का कानून लाया जाएगा, मगर आज तक कानून को लेकर कोई कमेटी नहीं बनाई गई। तीन अध्यादेश कानून ना किसानों ने मांगे थे सरकार ने खुद दिए थे और खुद ही वापस कर लिए। किसान सम्मेलन में किसानों द्वारा मांग की गई और जिलाधिकारी को ज्ञापन भी दिया गया कि हरिद्वार में चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों को चलाया जाए जिससे हरिद्वार में यात्री आ सके और इन ट्रेनों में महिला और बुजुर्गों के लिए अलग से व्यवस्था की जाए साथ ही किसानों के जो बिजली के बिल है उसको भी माफ किया जाए। यह हमारी सम्मेलन के माध्यम से सरकार से मांग है।
किसान सम्मेलन में पहुंचे रामकुमार किसान का कहना है कि यह हमारा राष्ट्रीय सम्मेलन होता है। देश के हर राज्य से यहां पर किसान नेता आए। किसानों द्वारा सम्मेलन में केंद्र और राज्य से होने वाली समस्याओं से अवगत कराया गया। इनका कहना है कि आज महंगाई के कारण किसान काफी परेशान है, साढ़े सात लाख किसान आत्महत्या कर चुके हैं। किसानों के पास आज कोई साधन नहीं है।
एमएसपी ना मिलने से किसानों को काफी नुकसान हो रहा है। किसानों को वक्त पर खाद दवाइयां नहीं मिलती है, इसके साथ ही मौसम के कारण जितनी खेती किसान पहले करते थे अब किसानों की खेती भी कम हुई है। आज के वक्त में किसानों की गेहूं की फसल भी कम हुई है तभी केंद्र सरकार द्वारा दूसरे देशों में भेजने वाले गेहूं को भेजना बंद कर दिया गया।




