
टिहरी जिले का सबसे बड़ा जिला अस्पताल बौराड़ी में कोरोना वायरस से निपटने के लिए नहीं है पीपीई किट (पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट), किट ना होने से अस्पताल में काम करने वाले कर्मचारी डरे और सहमे हुए हैं यहां तक कि जिला अस्पताल बोराड़ी को पीपी मोड पर स्वामी राम हिमालय जौलीग्रांट को दिया गया था जिनका स्टाफ कोरना वार्ड की तरफ जाने से भी घबरा रहा है और कैमरे पर न आते हुए कई कर्मचारियों ने कहा कि जिला अस्पताल बौराड़ी में पीपीई किट जो आई थी वह खत्म हो गई है और अब यहां पर अगर कोई कोरोना वायरस का मरीज आता है तो उस को कंट्रोल करने के लिए कोई किट नहीं है जिससे साथ में काम करने वाले लोगों को कोरोना वाइरस की चपेट में आने का खतरा पैदा होने की संभावना है जो जिला अस्पताल की सबसे बड़ी मानवीय भूल है और लापरवाही है, जिला अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में पीपीई किट उपलब्ध नही है ,जबकि अस्पताल में 41 आइसोलेशन वार्ड 9 वार्ड कोरोना पॉजिटिव मरीज के लिये बने है और 6 आइसीयू वार्ड बने है.