नई दिल्ली। एक बार फिर पाक के नापाक इरादे सामने आ गए है। जम्मू कश्मीर के नियंत्रण रेखा के पास से आंतकावादी बहादुर अली पकड़ा गया है। आंतकवादी बहादुर अली ने राष्ट्रीय जांच एंजेसी के सामने कई खुलासे किए है। आंतकवादी ने राष्ट्रीय जांच एंजेसी को बताया है वो पाकिस्तानी है।
सूत्रों के मुताबिक आंतकवादी ने एंजेसी को बताया कि कैसे वो लश्कर का सदस्य बना। आंतकवादी ने बताया
कि बहादुर अली जमात-उद-दावा के एक सदस्य के संपर्क में लाहौर में आया. वह इस संगठन के लिए फंड इकट्ठा करता था. उसी आतंकी ने बहादुर अली को लोकल एरिया से फंड इकट्ठा करने की जिम्मेदारी सौंपी थी. फिर वह बहादुर अली से महीनें में दो तीन बार मिलने लगा और लश्कर-ए-तैयबा को ज्वाइन करके भारत में जेहाद करने के लिए प्रेरित करने लगा.
सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक लश्कर से जुड़ा मौलाना अब्दुल रहमान दूसरा दहशतगर्द था जो बहादुर अली को आतंक का पाठ पढ़ाया. मौलाना अब्दुल रहमान वीडियो के जरिए उसके गांव में भारत के प्रति नफरत फैलाता था. वह भारत के खिलाफ जिहाद करके इस्लामिक शासन स्थापित करने का सब्जबाग दिखाता था.
जांच एंजेसी के सामने खोले कई राज
आंतकवादी बहादुर अली ने खुलासा किया,भारत में घुसपैठ के बाद अली लगातार अपना लोकेशन बदलता रहा. इस दौरान वह लगातार अल्फा 3, जो पाकिस्तान में उसका कंट्रोल सेंटर था उसके संपर्क में रहा. अल्फा 3 ही उसे नये लोकेशन पर पहुंचने और किस व्यक्ति से मिलना है उसकी जानकारी देता रहता था. अल्फा 3 ने बहादुर अली से कहा था कि कश्मीर में चल रहे आंदोलन में भीड़ के बीच घुलमिलकर पुलिस और सेना पर ग्रैनेड फेंको. जब इसने पूछा कि इससे क्या हासिल होगा तो अल्फा 3 ने कहा कि आंदोलन और भड़केगा जिससे की कश्मीर की स्थिति और बिगड़ेगी.