देहरादून:इसे कहते हैं गए थे नमाज़ बख्शवाने और रोज़े गले पड़ गए। हुआ कुछ यूं कि एक व्यक्ति ने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर उसकी कार से सात लाख रुपये चोरी होने की सूचना दी। इस पर देहरादून पुलिस हरकत में आई और मौके पर पहुंची। जब पुलिस ने पड़ताल की तो मामला कुछ और ही निकला और सूचना झूठी निकली। इस पर पुलिस ने शिकायत करने वाले को ही हिरासत में ले लिया। दोपहर करीब 11 बजे पुलिस के 100 नंबर पर क्लेमंटाउन स्थित लेन नंबर तीन निवासी शजोर काजी पुत्र मसरुर ने फोन किया। उसने बताया कि घर के सामने खड़ी उसकी कार डस्टर नंबर यूके-07-बीजे 9563 से तीन व्यक्तियों ने रुपयों से भरा बैग निकाल लिया। फोन करने वाले ने यह भी बताया कि इन व्यक्तियों में से एक ने हरे रंग की टी शर्ट पहनी थी और बैग में सात लाख रुपये रखे हुए थे। इस सुचना को कंट्रोल रूम ने क्लेमंटाउन थाने को अवगत कराया गया। आनन-फानन में पुलिस शिकायतकर्ता के घर पहुंच गई। पुलिस ने आस-पास लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले। साथ ही कार की भी बारीकी से निरीक्षण किया। जांच में पुलिस को शिकायत फर्जी लगी। इस पर सख्ती से शिकायतकर्ता से पूछताछ की गई। साथ ही उसके घर की तलाशी ली गई। तलाशी में सात लाख रुपये उसके घर में ही मिले। पूछताछ में पुलिस को पता चला कि शिकायतकर्ता को जमीन का बैनामा कराना था । इसके लिए उसके पास पूरे पैसे नहीं थे। ऐसे में उसने पूरी राशि का इंतजाम करने को कुछ समय लेने के लिए चोरी की झूठी कहानी गढ़ी। इस पर पुलिस ने शिकायतकर्ता को हिरासत में लेकर उसके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।