शैली श्रीवास्तव- गुरु पूर्णिमा के महापर्व पर देशभर के मंदिरों की रौनक देखते ही बनती है, लेकिन इसकी सबसे ज्यादा रौनक दिखती साई बाबा के मंदिरों में। गुरु पूर्णिमा के मौके पर शिरडी में भी 3 दिनों का उत्सव पर्व मनाया जा रहा है और इस उत्सव में शामिल होने दूर-दूर से भक्तों का सैलाब उमड़ पडा हैं। सबकी एक ही ख्वाहिश है कि साईं मनचाहे वरदान से अपने भक्तों की झोली भर दें। साईं बाबा अपने भक्तों की हर मुराद पूरी करते हैं और इसलिए हर कोई चाहता है कि बस एक बार साईं बाबा के दर्शन हो जाएं, तो जीवन धन्य हो जाए। अब आप इसे भक्ति की शक्ति कहें या साईं का चमत्कार।
आज गुरु पूर्णिमा का दिन है। गुरु पूर्णिमा के दिन हम गुरु दक्षिणा देते हैं। ऐसी मान्यता है कि गुरु पूर्णिमा पर साईं बाबा अपने भक्तों को साक्षात दर्शन देते हैं। अपने भक्तों के हर दुख दर्द को सुनते हैं। मान्यता के अनुसार ही हजारों लाखों की तादाद में साईं भक्त बाबा के दर्शन करने के लिए साई मंदिरों में जा रहे है।
कहते हैं साईं बाबा के दर से कभी कोई खाली झोली लेकर नहीं आता। साईं बाबा अपने हर भक्त की मराद पूरी करते हैं ऐसे में बाबा के भक्त भी बाबा का शुक्रिया अदा करने का कोई भी मौका जाने नहीं देना चाहते। खास तौर पर गुरु पूर्णिमा के दिन भक्त अपने बाबा को गुरु दक्षिणा देकर सात जन्म संवार लेते हैं। जिस प्रकार गुरू के दरबार में बड़े-छोटे का कोई भेद नहीं होता उसी प्रकार साईं के दरबार में बड़े-छोटे का भेद नहीं होता। ना ही ऊंच नीच या गरीब-अमीर की खाई होती है। साईं सबके हैं और सभी साईं के। गुरु पूर्णिमा के पवित्र मौके पर साईं का यही संदेश सभी मंदिरों में आए भक्तों को मिल रहा है।