गलत पहचान के चलते निर्दोष को बनना पड़ा बली का बकरा, आरोपी गिरफ्तार!

बिगत 06.03.2017 को थाना कोतवाली नगर जनपद हरिद्वार क्षेत्रान्तर्गत कम्बल व्यवसायी अमित दीक्षित उर्फ गोल्डी की हत्या की गयी थी जिसमें विवेचना के दौरान जानकारी में आया कि मैनपुरी कारागार उ0प्र0 में निरूद्ध कुख्यात गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा द्वारा यह हत्या पेशेवर हत्यारों से हरिद्वार निवासी सुभाष सैनी की हत्या कराने के उद्देश्य से शूटर द्वारा गलत पहचान हो जाने के कारण की गई थी सुभाष सैनी से जीवा का हरिद्वार बाईपास पर स्थित बेशकीमती जमीन को लेकर विवाद है,,जिसमें मु0अ0सं0 139/2017 धारा 302,120बी भा0द0वि0 थाना कोतवाली नगर हरिद्वार में पंजीकृत है। एस0टी0एफ0 द्वारा पूर्व  में उक्त अभियोग के सूत्रधार व सहयोगी विवेक उर्फ विक्की ठाकुर तथा एक शूटर मुजाहिद को गिरफ्तार  किया जा चुका है। मुजाहिद की गिरफ्तारी से यह जानकारी मिली थी कि मुख्य शूटर शाहरूख पठान है, जो मु0नगर से पुलिस कस्टडी से फरार है तथा कुख्यात माफिया मुख्तार अंसारी व संजीव जीवा का शूटर है।

इसकी गंभीरता के दृष्टिगत अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार के निर्देशानुसार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 रिधिम अग्रवाल द्वारा कुख्यात शूटर शाहरूख पठान की गिरफ्तारी हेतु एस0टी0एफ0 की एक टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा पूर्वी उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों तथा दिल्ली व एन0सी0आर0 में इस शूटर की तलाश की गई।

एस0टी0एफ0 टीम द्वारा अथक प्रयासों के पश्चात मिली सटीक सूचना के आधार पर वांछित व ईनामी अपराधी शाहरूख पठान उर्फ पठान उर्फ धप्पू पुत्र जरीफ पठान उम्र 24 वर्ष निवासी टंकी चौक खालापार थाना कोतवाली मु0नगर उत्तर प्रदेश को दिनांक 07/08. नबम्बर.2017 की मध्य रात्रि में दिल्ली यूनिवर्सिटी मेट्रो स्टेशन के पास दिल्ली से गिरफ्तार किया गया।

पूछताछ करने पर उक्त अभियुक्त ने बताया कि वर्ष 2015 में कुख्यात अपराधी आसिफ जायदा की अपने साथियों के साथ मिलकर मु0नगर रेलवे स्टेशन पर पुलिस अभिरक्षा में हत्या की थी। इस हत्याकाण्ड के बाद गिरफ्तारी पश्चात मु0नगर जेल में रहते हुए मु0नगर के व्यवसायी अहमद अली जिनका सऊदी अरब में कारोबार था से 10 लाख रू0 की रंगदारी मांगी थी जिसके कारण चालान लग गया और हरदोई उ0प्र0 जेल शिफ्ट कर दिया गया। लगभग 6 माह जेल में रहने के पश्चात हरदोई उत्तर प्रदेश जेल से पेशी पर मु0नगर से पुलिस अभिरक्षा से फरार हो गया था तथा इसके पश्चात कुख्यात गैंगस्टर संजीव जीवा व मुख्तार अंसारी के सम्पर्क में आ गया था।

फरारी के दौरान ही मैनपुरी जेल में बन्द संजीव जीवा के कहने पर अपने साथी शूटर मुजाहिद व विक्की ठाकुर के साथ मिलकर दिनांक 06.03.2017 को अमित दीक्षित की हत्या की थी। विक्की ठाकुर की मुखबरी पर गलत पहचान हो जाने के कारण उक्त हत्या की गई थी। असल में हत्या सुभाष सैनी की जानी थी। इस घटना के पश्चात माह अप्रैल 2017 में इसने आसिफ जायदा मर्डर केस के प्रमुख गवाह आसिफ के पिता यासीन की कोतवाली मु0नगर क्षेत्र में हत्या की। अभियुक्त ने बताया कि पुलिस अभिरक्षा के पश्चात फरारी के दौरान वह पहचान बदलकर पहले देहरादून तत्पश्चात लखनऊ व मऊ तथा बाटला हाऊस दिल्ली में रहा। उक्त के अतिरिक्त अभियुक्त द्वारा बताया गया कि वह कंबल व्यवसायी अमित दीक्षित उर्फ गोल्डी की हत्या में शामिल रहा है तथा हरिद्वार में अन्य किसी भी व्यक्ति की हत्या की सुपारी उसके द्वारा नही ली गई थी।

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