गणेश चतुर्थी को लेकर भक्तों और मूर्तिकारों में दिख रहा उत्साह।

नैनीताल/हल्द्वानी – गणेश चतुर्थी यानी भगवान गणेश का जन्म दिवस जोकी पूरे भारतवर्ष में बहुत श्रद्धा और धूमधाम से मनाया जाता है। जिसकी बानगी अब हल्द्वानी के बाजार और गणपति बाप्पा को अपने दिल और घरों में बैठाने  की उत्सुकता भक्तों में देखी जा सकती है, वही गणपति की मूर्तिकारों ने भी अपनी तैयारी कर ली है और अब हर तरफ बाजार विभिन्न वेशभूषा और कलाओं की गणपति की मनमोहक मूर्तियो का बाजार सज चुका है, अब  बाप्पा भी तैयार है अपने भक्तों के घर आने के लिए।

गणेश उत्सव पूरे भारत में मनाये जाने वाला हिन्दू उत्सव है, हिन्दू पंचांग के अनुसार भाद्र पक्ष की चतुर्थी से चतुर्दशी तक यानी दस दिनों तक यह महोत्सव का आयोजन किया जाता है, ऐसी मान्यता है की भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद माह के कृष्णपक्ष की चतुर्थी तिथि को हुआ था।

राजस्थान मूर्ति बनाने आये कलाकार गणेश की छोटी से लेकर बड़ी मूर्तियो को सवारने में जुटे हैं। जिस पर ग्राहक बड़े पैमाने पर आकर्षित भी हो रहे हैं। इन कलाकारों के पास भले ही दुकान ना हो लेकिन सड़क किनारे अपनी कलाकारी से गणेश जी की मूर्तियों को जो रंग दिया है, वह बेहद आकर्षित करने वाली है। कलाकरों के मुताबिक 2 साल बाद इस बार गणेश उत्सव मनाया जा रहा है लेकिन बारिश की वजह से मूर्तियो की डिमांड में थोड़ा गिरावट आई है लेकिन उन्हें अभी भी उम्मीद है की उत्सव शुरू होते ही ब्यापार में थोड़ा तेज़ी मिलेगी, यह लोग 500 रुपये से लेकर करीब दस हज़ार मूल्य तक की मूर्तियों बना रहे हैं जो खड़िया, प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनाई जा रही हैं।

कलाकार गणेश की मूर्ति बनाने का काम 3-4 माह पहले से शुरू किया जाता है, बिक्री हुई तो ठीक नही तो रखी रखी खराब हो जाती हैं, उम्मीद तो यही हैं कि गणपति बप्पा की दुआ से सब ठीक रहे तो मूर्ति बनाने वाले कलाकारों की रोजी रोटी का खर्चा निकल जायेगा।

कलाकार गणपति की मूर्तियों को लेकर लोगो मे खासा उत्साह है। हल्द्वानी में बन रही इन मूर्तियों को लेने लोग कुमाऊ के अनेक हिस्सो से आ रहे हैं। ग्राहकों के मुताबिक यहां बनाई जा रही मूर्तियां बेमिसाल है, जिनकी कारीगरी का कोई जबाब नही। लिहाज़ा कीमत भी कोई मायने नही रखती और सबसे बड़ी बात की ग्राहक अपने डिमांड के हिसाब से गणेश की मूर्तियां खरीद सकता है।
ग्राहकों के मुताबिक वे गणेश उत्सव के लिए गणेश जी की मूर्ति खरीदने आए हैं, क्योंकि पिछले 2 साल कोरोना की वज़ह से गणेश उत्सव नहीं हो पाया था। लिहाजा इस बार गणेश उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा और गणेश जी सबकी मनोकामना पूरी करेंगे।

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