पीरियड्स एक ऐसी समस्या है जो हर महिला को मासिक होती ही है पीरियड्स का एक-दो दिन आगे पीछे होना आम बात है लेकिन ज्यादा दिनों का अंतर होना एक बड़ी समस्या की ओर संकेत करता है जो कि आगे चलकर गंभीर रूप ले सकती है . गायनोकोलॉजिस्ट की मानें तो इस प्रकार की समस्या होने पर डॉक्टर को जरुर दिखाना चाहिए और सही सलाह लेनी चाहिए. आइये जानते हैं कि किन कारणों से पीरियड्स में देरी होती है…….
- मानसिक तनाव– कई बार देखा गया है कि ज्यादा स्ट्रेस लेने से भी पीरियड्स टाइम पर नहीं आते. लगातार स्ट्रेस में रहने से बॉडी में एस्ट्रोजन ओर कॉर्टिसोल नामक हॉर्मोन रिलीज़ होने लगते हैं. अगर बॉडी में इनका लेवल बढ़ेगा तो पीरियड्स समय पर आने में दिक्कत होगी.
- pcos — PCOS की समस्या होने पर शरीर में मेल हॉर्मोन की मात्रा में बढ़ोत्तरी होती है. यह इनफर्टिलिटी और पीरियड्स मिस होने की समस्या को बढ़ावा देता है. आजकल की बहुत सारी युवा लड़कियों में PCOS की समस्या देखने को मिलती है.
- थाइरॉयड– यदि आपके गले में मौजूद थाइरॉयड ग्लैंड अंडरएक्टिव या ओवरएक्टिव होगा तो बॉडी के हॉर्मोन का बैलेंस बिगड़ जाएगा. आपके पीरियड्स टाइम पर नहीं आते हैं तो इसका एक कारण थाइरॉयड भी हो सकता है.
- डायबिटीज– कई बार देखा गया है कि डायबिटीज की वजह से भी पीरियड्स मिस होने लगते हैं. यदि आपको डायबिटीज की समस्या है तो ब्लड शुगर लेवल बिगड़ने के कारण हार्मोनल इम्बैलेंस की वजह से पीरियड्स समय पर आने में दिक्कत होगी.
- गर्भ निरोधक गोलियां — महिलाओं को पता होना चाहिए कि बर्थ कंट्रोल पिल्स के बहुत सारे साइड इफेक्ट्स होते हैं. इसके साइड इफेक्ट्स से हार्मोनल इम्बैलेंस होने लगता है जिस वजह से पीरियड्स समय पर आने में दिक्कत होती है. इसलिए बर्थ कंट्रोल पिल्स का बार-बार इस्तेमाल करने से बचें.