नई दिल्ली। मुख्यमंत्री नीतिश राज्य में शराबबंदी की माला जप रहे है। जबकि राज्य में शराब का सेवन हो रहा है। बिहार में जहरीली शराब पीने से चार लोगों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है जहरीली शराब से सात लोग बीमार भी पड़ गए है। ऐसे में बिहार में शराब कहां से आ रही है ये सोचने का विषयहै।
घटना बिहार के बेतिया जिले में स्थित लौरिया के धांगड़ टोली की है। पुलिस फूड प्वाइजनिंग की बात कहकर मामले से बचने की कोशिश कर रही है। सवाल उठ रहे हैं कि अगर मौत विषाक्त भोजन से हुई है तब मृतकों का पोस्टमॉर्टम क्यों नहीं कराया गया, जबकि घटना पुलिस थाने से महज चार किलोमीटर दूरी की है। बीमार मरीजों के परिजनों ने कहा है कि उनकी ये हालत शराब पीने से हुई है। बीडीओ ने भी स्वीकारा है कि ये अस्वाभाविक मौत है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराब बंदी पर कड़ा रुख दिखाते हुए कहा कि जो थाना प्रभारी नौकरी नहीं करना चाहते हैं, वे नौकरी छोड़ दे। मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। जनता ने मुझे काम करने के लिए वोट दिया है।