केजरीवाल थाने से रिहा, दिल्ली पुलिस ने रखी रिहाई के लिए ये शर्त…

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नई दिल्ली। पूर्व सैनिक रामकिशन ग्रेवाल के परिजनों से मिलने पर अड़े दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली पुलिस ने देर रात रिहा कर दिया। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने उनके सामने शर्त रखी थी कि रिहा होने के बाद केजरीवाल ग्रेवाल के परिजनों से न मिलें। इसके विरोध में केजरीवाल आरकेपुरम थाने में ही रुक गए। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी थाने पहुंच गए। देर रात थाने से रिहा होते ही उन्होंने फिर मोदी सरकार पर हमला बोला।

देर रात जेल से रिहा होते ही केजरीवाल ने कहा कि मोदी जी ओआरओपी पर देश से झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सैनिकों के लिए उनकी ये लड़ाई इंसाफ मिलने तक जारी रहेगी। इससे पहले आप नेता दिलीप पांडे, संजय सिंह कई नेता थाने के बाहर ही धरने पर बैठ गए। इस बीच दिल्ली पुलिस ने दिनभर के हंगामे की पूरी रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंप दी है।

कुमार विश्वास और राघव चड्ढा की प्रेस कॉन्फ्रेंस

इससे पहले शाम को आप नेता कुमार विश्वास और राघव चड्ढा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आज का घटनाक्रम हमारे लिए शर्म की बात है। ये आपातकाल का काला दिन है। राघव चड्ढा ने कहा कि लोकतान्त्रिक तरीके से चुने गए मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री जी को किस आईपीसी की धारा के तहत घंटों बंधक बना कर रखा गया। पीएम मोदी ने देश से ओआरओपी पर झूठ बोला। रक्षा मंत्री और पीएम को इसके लिए देश से माफ़ी मागनी चाहिए।

आम आदमी पार्टी पूरे देश में ओआरओपी और रामकिशन की शहादत को न्याय दिलाने के लिए, सैनिकों के सम्मान के लिए आन्दोलन करेगी। उन्होंने कहा कि जय जवान, जय किसान को इस सरकार ने मर जवान मर किसान में तब्दील कर दिया है। कुमार विश्वास ने कहा कि वर्दी में किसी भी जवान के शहीद होने पर सबसे ज्यादा मुआवजा देने वाले सीएम और उपमुख्यमंत्री को जेल में बंद किया गया। दिल्ली की सड़कों पर घुमाया गया। ये गुजरात जैसी स्थिति है। जो करके गुजरात में ये सफल हो गए, वो यहां नहीं चलेगा। यहां लोकतंत्र की जड़ें काफी मजबूत हैं।

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