काल सर्प दो शब्दों से मिलकर बना है “काल और सर्प”। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार काल का अर्थ समय होता है और सर्प का अर्थ सांप, इसे एक करके देखने पर जो अर्थ निकलकर सामने आता है वह है समय रूपी सांप।
जानकारों की माने तो जन्म कुण्डली में सभी ग्रह राहु केतु के बीच में या केतु राहु के बीच में हों तो काल सर्प योग बनता है। माना जाता है कि यह योग जिस व्यक्ति की कुण्डली में होता है उसका पतन होता है। यह इस योग का एक पक्ष है जबकि दूसरा पक्ष यह भी है कि यह योग व्यक्ति को अपने क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ बनाता है।
राहु और केतु छाया ग्रह हैं जो सदैव एक दूसरे से सातवें भाव में होते हैं। राहु केतु शनि के समान क्रूर ग्रह माने जाते हैं और शनि के समान विचार रखने वाले होते हैं। राहु जिनकी कुण्डली में अनुकूल फल देने वाला होता है उन्हें कालसर्प योग में महान उपलब्धियां हासिल होती है। जैसे शनि की साढ़े साती व्यक्ति से परिश्रम करवाता है एवं उसके अंदर की कमियों को दूर करने की प्रेरणा देता है। इसी प्रकार कालसर्प व्यक्ति को जुझारू, संघर्षशील और साहसी बनाता है।
इस योग में वही लोग पीछे रह जाते हैं जो निराशा और अकर्मण्य होते हैं परिश्रमी और लगनशील व्यक्तियों के लिए कालसर्प योग राजयोग देने वाला होता है।
जानें कुछ ऐसे संकेत जिनसे पता चलता है कि आप काल सर्प दोष से पीड़ित हो सकते है
1- सपने में नदी, तालाब,कुए,और समुद्र का पानी दिखाई देता है।
2- सपने में खुद को पानी में गिरते एवं उससे बाहर निकलने का प्रयास करते हुए देखता है।
3- रात को उल्टा होकर सोने पर ही चेन की नींद आती है |
4- सपने में उसे मकान अथवा पेड़ों से फल आदि गिरते दिखाई देता है।
5- पानी से और ज्यादा ऊंचाई से डर लगता है |
6- मन में कोई अज्ञात भय बना रहता है |
7- खुद को अन्य लोगो से झगड़ते हुए देखता है।
8- बुरे सपने आते है जिसमे अकसर साँप दिखाई देता है।
9- यदि वह संतानहीन हो तो उसे किसी स्त्री के गोद में मृत बालक दिखाई देता है।
10- सपने में विधवा स्त्रियाँ दिखाई पड़ती है।
11- नींद में शरीर पर साँप रेंगता महसूस होता है।
क्या आप जानते हैं 13 प्रकार के काल सर्प योग होते हैं. चलिए जानते हैं इनके बारे में….
- अनन्त कालसर्प योग
- कुलिक काल सर्प योग
- शेषनाग कालसर्प योग
- कुलिक काल सर्प योग
- वासुकि कालसर्प योग
- शंखपाल कालसर्प योग
- पद्म कालसर्प योग
- महापद्म कालसर्प योग
- तक्षक कालसर्प योग
- कर्कोटक काल सर्प योग
- शंखचूड़ कालसर्प योग
- घातक कालसर्प योग
- विषधर कालसर्प योग
जाने काल सर्प दोष को शांत करने के उपाय….
1. इस दोष की पूजा का महत्व जहा पर ज्योतिर्लिंग हो उस गृह पर किसी योग्य आचार्य द्वारा पूजा करवा लेना चाहिए.
2. चांदी के नाग नागिन का जोड़ा बहते हुए पानी मे प्रविष्ट करे.
3. गेहूं और जौं के आटे का नाग नागिन का जोड़ा बना कर बहते हुए पानी मे प्रविष्ट करे.
4. कला कम्बल किसी गरीब को दान करे.
5. नियमित शिव जी पूजा करनी चाहिए तथा जितना संभव हो ओम नम: शिवाय मंत्र का जप करना चाहिए.