सियासत मे किस्मत पलटने के लिए एक दिन काफी होता है। 2019 लोकसभा चुनाव से पहले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा को तगड़ा झटका लगा है, वहीं कांग्रेस के लिए यह नतीजे संजीवनी साबित हुए है। राहुल की अगुवाई वाली कांग्रेस ने न केवल भगवा दल के तीन महत्वपूर्ण गढ़ ढहा दिए, बल्कि 2013 से चल रहे बीजेपी रथ पर भी रोक लगा दी है। 2014 में मोदी सरकार आने के बाद लगातार एक के बाद एक राज्य जीत रही भाजपा का विजय रथ इस चुनाव में थम गया। दो हिंदीभाषी राज्यों राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने भाजपा से सत्ता छीन ली। छत्तीसगढ़ में जहां कांग्रेस ने 15 साल से राज कर रहे रमन सिंह का किला ढहा दिया, वहीं राजस्थान मे वसुंधरा राजे को सत्ता से बेदखल कर दिया। मध्य प्रदेश में 12 घंटे से ज्यादा समय तक आगे-पीछे रहने के बाद आखिर में कांग्रेस बहुमत से दो सीट कम लेकर मजबूत पार्टी के रूप मे उभरकर आयी है।अध्यक्ष पद संभालने के ठीक 1 साल बाद राहुल गांधी को कांग्रेस कार्यकर्ताओं की तरफ से आदर्श गिफ्ट मिला। 3 बड़े राज्यों में सत्ता में कांग्रेस की वापसी ने एक बार में ही अध्यक्ष राहुल गांधी का कद बहुत बड़ा कर दिया। 2019 लोकसभा चुनावों से पहले की परीक्षा में राहुल ने अपना दम दिखा दिया। कांग्रेस ने इस जीत का पूरा श्रेय अध्यक्ष राहुल गांधी को दिया है। कांग्रेस का कहना है कि यह राहुल गांधी की ही महेनत है कि कांग्रेस फिर मजबूत पार्टी के रूप मे उभर कर आयी है। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस को तीन राज्यों मे मिली जीत का श्रेय मतदाताओं और कार्यकर्ताओं को दिया है। साथ ही उन्होंने कहा है कि यह बदलाव का समय है। पीएम मोदी के प्रति लोगों में भारी नाराजगी है। उन्होंने कहा कि हम भाजपा की विचारधारा के खिलाफ लडेंगें और उन्हें 2019 में भी हराएंगे। लेकिन, हम किसी को देश से मिटाएंगे या मुक्त नहीं करेंगे।