करिश्माई सुंदरम !

उत्तराखंड में कई ऐसे आईएएस अफसर है, जिन्हे उनके काम और उनकी योग्यता के लिए जाना जाता है। उनमे से एक नाम ऐसा है, जिन्होंने अपने तजुर्बे, योग्यता और कड़ी मेहनत से कई विभागों को फर्स से अर्स तक पहुंचाया है। जी हाँ हम बात कर रहे है उत्तराखंड के तेज तर्रार आईएएस अधिकारी डॉ मिनाक्षी सुंदरम की। अपनी काबिलियत और ईमानदारी के दम पर् डॉ मिनाक्षी सुंदरम हर सरकार में अपना परचम फहरा है, चाहे सरकार कांग्रेस की रही हो या बीजेपी की। 

एमडीडीए उपाध्यक्ष रहते हुए कई विकास योजनाओ की शुरुआत 

डॉ मिनाक्षी सुन्दरम ने एमडीडीए उपाध्यक्ष के तौर पर राजधानी देहरादून को स्मार्ट बनाने की जो मुहिम शुरू की है,उससे दूनवासी आज भी नहीं भूलते। उन्होंने ईडब्यूएस, मध्यम वर्ग, निम्न मध्यमवर्ग और उच्च वर्ग सभी के लिए आईएसबीटी आवासीय योजना, ट्रांस्पोर्ट नगर आवासीय योजना और आमवाला तरला योजना पर बेहतरीन काम किया। जोकि आज तक सक्सेज है
स्मार्ट सिटी योजना में डॉ मिनाक्षी सुंदरम का बड़ा योगदान

वंही स्मार्ट सिटी योजना में डॉ मिनाक्षी सुंदरम का बड़ा योगदान रहा। जब केंद्र सरकार द्वारा स्मार्ट सिटी के लिए प्रदेश सरकारों से प्रस्ताव मांगे गए तो योग्यता के आधार पर राज्य सरकार ने इसकी जिम्मेदारी मिनाक्षी सुंदरम को ही सौपी थी, जो स्मार्ट सिटी का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया और केंद्र सरकार ने स्वीकार कर के प्रदेश का भी गौरव बढ़ाया, वो प्रस्ताव भी डॉ मिनाक्षी सुंदरम द्वारा ही बनाया गया था।
पर्यटन सचिव की अहम जिम्मेवारी निभाई 
लेकिन सरकार बदली, निजाम बदले, एमडीडीए से हटाकर उन्हे पर्यटन जैसा महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेवारी दी गई। डॉ मीनाक्षी सुंदरम ने पर्यटन सचिव बनने के बाद योजनाओं पर ठोस काम शुरू किया। उन्होंने पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के साथ जर्मनी और फ्रांस की यात्रा भी की विंटर स्कीइंग डेस्टिनेशन से लेकर निवेशकों को जोड़ने के लिए कई कदम उठाए। पर्यटन योजनाओं पर उनका होमवर्क पूरा हुआ ही था और एक्शन मोड में वे आते इससे पहले ही उनकी विदाई हो गई। उन्होंने नीति आयोग से 400 करोड़ के कन्वेंशन सेंटर की मंजूरी, जीएमवीएन और केएमवीएन के एकीकरण के लिए सहमति, 15 से 21 जनवरी 2018 तक औली में प्रस्तावित विंटर स्कीइंग गेम्स पिछले कुछ महीने की महत्वपूर्ण उपलब्धियां हैं।
मत्स्य विभाग में भी लोहा मनवाया
वंही अब मिनाक्षी सुंदरम का मत्स्य विभाग में भी काम करने का जज्बा देखने को मिल रहा है। डॉ मिनाक्षी सुंदरम की कोशिशों का नतीजा है कि राज्य में मछली पालन आधुनिक तकनीक के साथ पहाड़ के युवाओ को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए मत्स्य विभाग ने मछली पकवान बनाने वाली मोबाइल आउटलेट योजना शुरू की है। इस योजना की मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और राज्य मंत्री रेखा आर्य ने सरहाना की है। मंगलवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मोबाइल फिश वेन को हरी झंडी दिखाकर योजना की शुरुवात की है। डॉ सुन्दरम की हमेशा ये सोच रहती है कि कैसे प्रदेश का विकास हो और युवाओ को कैसे रोजगार उपलब्ध कराकर उन्हें स्वावलम्वी बनाया जाए।

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