रुद्रपुर में स्वामी हरी चैतन्य पुरी महाराज ने एक कार्यशाला का आयोजन रूद्रपुर के काशीपुर बाईपास मार्ग पर बने एक विवाह स्थल में किया. जिसमें उन्होंने अपने अनुयायिओं सहित स्थास्नीय लोगो को कन्या को देवी के रूप में मानते हुए पूजनीय बताया और घटते लिंगानुपात एवं कन्या भूर्ण हत्या जैसे जघन्य अपराधों पर चिंता जताई. चैतन्य पुरी ने बताया कि सिर्फ बेटे को ही हीरा नहीं समझना चाहिए। बेटी को भी समान भाव देना चाहिए, बेटी भी अनमोल है। आज इस समाज में कन्या भूण जैसे जघन्य अपराध हो रहे हैं, जिस पर एक कठोर कानून बनाने की आवश्यकता है। आज हम सबको मिलकर यहां यह प्रण लेना चाहिए कि हम इस कन्या भूर्ण हत्या जैसे महापाप का विरोध करने से कभी पीछे नही हटेगे।