उत्तराखंड में बारिश ने जमकर तबाही मचाही है। बारिश से जहां एक ओर आवागमन बाधित हुआ है वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में कई किसानों की फसलें नष्ट हो गई है। ऋषिकेश के ने गौहरीमाफी क्षेत्र में मूसलाधार बारिश से मध्य रात को एकाएक सौंग नदी का स्तर बढ़ने से करीब एक बीघा कृषि भूमि और लगभग चार बीघा वन भूमि सौंग नदी की भेंट चढ़ गई। इस दौरान ग्रामीणें की धान की फसल भी नदी में बह गई।
मूसलाधार बारिश से रविवार की देर रात दो बजकर 47 मिनट पर सौंग नदी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू किया। नदी के उफान पर आने से ग्रामसभा गौहरीमाफी के टिहरी फार्म नंबर एक और तीन में भारी तबाही मची। सौंग नदी से कुछ दूरी पर रहने वाले ग्रामीणों को उस वक्त जान बचाना भारी पड़ गया। जब उफान में आई सौंग नदी में चालू बिजली का पोल गिर गया। विद्युत पोल गिरने से आसपास के क्षेत्र में करंट दौड़ने लगा।
ग्राम प्रधान सरिता रतूड़ी ने बताया कि रात दो बजकर 47 मिनट पर उन्हें बिरला मंदिर कर्मियों ने फोन पर सौंग नदी का जल स्तर बढ़ने की सूचना दी। इसके बाद उन्होंने रायवाला पुलिस को ग्रामीण क्षेत्र में बाढ़ का पानी घुसने की सूचना दी। रात करीब तीन बजे चालू बिजली का पोल पानी में गिर गया। जिसके बाद आसपाल के क्षेत्र में करंट दौड़ने लगा। करीब दो दर्जन लोगों ने किसी तरह वहां से भागकर जान बचाई। करंट दौड़ने की सूचना देने के लिए ग्राम प्रधान और ग्रामीणों ने बिजली विभाग के दफ्तर से लेकर संबंधित अधिकारियों को फोन किया। लेकिन, परेशान ग्रामीणों के फोन विभागीय अधिकारियों ने नहीं उठाया।
सौंग नदी का जलस्तर बढ़ने की सूचना पर रायवाला पुलिस मौके पर पहुंचने के लिए निकली। लेकिन, पुलिस तबाही वाली जगह को नहीं ढूंढ पाई। जिसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को दोबारा फोनकर लोकेशन की जानकारी दी। दोबारा सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद पुलिस रातभर सर्च लाइन जलाकर जल स्तर पर निगरानी रखती रही। सुबह पांच बजे के बाद जल स्तर में कमी आई, तब जाकर क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली।