देहरादून: कांग्रेस के कद्दावर नेता, छह बार के विधायक रहे कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य, उनके पुत्र संजीव आर्य और पूर्व कांग्रेस विधायक केदार सिंह रावत आज दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गए।
बताया जा रहा है कि यशपाल आर्य प्रदेश मुख्यमंत्री हरीश रावत की कार्यशौली से नाखुश थे। इसके साथ ही कांग्रेस में हो रही आर्य की उपेक्षा भी एक कारण उनका कांग्रेस का हाथ छोड़ना बताया जा रहा है। कांग्रेस के लिए उत्तराखंड में बड़े दलित नेता का पार्टी छोड़कर भाजपा में जाना बड़ा झटका माना जा रहा है।
संभावना है कि आर्य नैनीताल से चुनाव लड़ सकते हैं। आर्य के साथ उनके बेटे संजीव आर्य के भी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। वहीं एक और कांग्रेसी नेता केदार सिंह रावत भी भाजपा ज्वाइन करने की खबर है। उनके यमुनोत्री से चुनाव लड़ने की संभावना जताई जा रही है। उत्तराखंड में भाजपा के इस मास्टर स्ट्रोक से कांग्रेस को बड़ा झटका माना जा रहा है। केदार सिंह रावत के काफी पहले से भाजपा में जाने की अटकलें लगाई जा रही थीं।
उत्तराखंड में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे यशपाल आर्य की गिनती उत्तराखंड में कांग्रेस के बड़े दलित नेताओं में होती है। आर्य के इस कदम से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की ऋषिकेश रैली में जुटे कांग्रेसियों में खलबली मची है।