उत्तराखंड सचिवालय में अब सभी के लिए एक जैसी व्यवस्था होने वाली हैं चाहे वह सचिव स्तर के आईएस अधिकारी हों, आईपीएस अधिकारी हो या मानदेय पाने वाले पीआरडी जवान। इन सभी को बायोमेट्रिक सिस्टम से हाजरी लगानी होगी।
एस रामास्वामी , मुख्य सचिव उत्तराखंड द्वारा निर्देश जारी किया गया है जिसके मुताबिक बायोमेट्रिक सिस्टम की निगरानी और संचालन का जिम्मा सचिवालय प्रशासन अनुभाग उठाएगा।
सचिवालय में आने के लिए जहां साढ़े नौ बजे से पौने दस का समय तय किया गया है और जाने के लिए भी शाम 6 बजे का समय तय किया गया है।
क्या होता है बायोमेट्रिक सिस्टम
तकनीक की भाषा में बात करें तो बायोमेट्रिक सिस्टम असल में एक इस तरह की व्यवस्था है जिसमें किसी व्यक्ति की पहचान को पुख्ता करने के लिए शरीर के उन बायोलॉजिकल चीजो का सहारा लिया जाता है जो हर व्यक्ति में एक जैसी नहीं होती, जैसे फिंगर प्रिंट।