कुछ ही दिन पहले उत्तराखंड ने एक भयानक सड़क हादसा देखा है, जिसमे 45 लोगो की जान चली गयी है, लेकिन अभी भी हालत यह है खचाखच क्षमता से दो-तीन गुना सवारी बैठाना आम बात हो गई। इन मार्गो पर रात में तो हालात ऐसे है की दुगने-तिगुनी सवारी बैठना रोज का धंधा है।
लोग जागरूक नहीं है और पुलिस लापरवाह, जौनसार की यमुना घटी पर ओवर लोडिंग वाहनों पर अभी तक अंकुश नहीं लगा पाया है ।
इस क्षेत्र में इस तरह से ओवर लोडिंग वाहनों को अनदेखा करना कभी भी किसी बढ़ी दुर्घटना का सबब बन सकता है ।