खास खबर : उत्तराखंड बीजेपी ऑफिस में छह जनवरी को कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल के जनता दर्शन कार्यक्रम के दौरान जहर खाने वाले कारोबारी की मौत के बाद उत्तराखंड में सियासी राजनीति और भी गरमा गई है। वही प्रकाश पांडे की मौत के बाद अब मुख्यमंत्री ने यह भी कह दिया कि उनके पास 5 से 6 लोगों ने और आत्महत्या करने की बात कह दी है। ऐसे में अब यह मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है।
वहीं ट्रांसपोर्टर प्रकाश पाण्डेय के परिवार को आर्थिक सहायता देने के मामले में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा की सरकार द्वारा अभी इस मामले में विचार किया जा रहा है, जिसमे जल्द ही कोई निर्णय लिया जायेगा। साथ ही मुख्यमंत्री रावत ने कहा की अभी जिला अधिकारी द्वारा स्थानीय लोगो के सहयोग से पीड़ित परिवार को 2 लाख की आर्थिक सहायता दी गयी है।
साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा की प्रकाश पाण्डेय की आत्महत्या के बाद अब भी उनके पास 5 से 6 ऐसे मामलों की सुचना है. जिसमे व्यक्तियों द्वारा मांग पूरी न होने पर आत्महत्या करने की धमकी दे रहे है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा की प्रदेश में कुछ राजनेताओं द्वारा ऐसे मामलों में राजनीती की रोटिय सेकने का काम कर रहे है, जो सही नही है।
वन्ही मंत्री के जनता दरबार में जहर खाकर आत्महत्या करने वाले प्रकाश पांडे के मामले में राज्य सरकार लगातार घिरती नजर आ रही है। अब एक नया मामला त्रिवेंद्र सरकार की मुश्किलें बढ़ा सकता है। दरसल पुर्व मंत्री और विधायक बंसीधर भगत ने सीएम को एक पत्र लिख कर ये कहा है कि आपके कहने पर ही उन्होंने मृतक के परिजन के यहां जाकर 10 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की थी।
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को अपना वादा याद दिलवाते हुये भगत ने लिखा है कि आप इस मामले में जल्द पीड़ित परिवार को मुआवजा राशि दे। लेकिन सीएम ने साफ कह दिया है कि मृतक ने चूंकि खुदखुशी की थी, लिहाजा ऐसे में सरकारी मदद इतनी बड़ी मात्रा में दिए जाना ठीक नही है।
वन्ही ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडे की मौत के बाद कांग्रेस इस मौके को हाथ से नहीं जाने देना चाहती, लिहाजा कांग्रेस शुरुआती दौर से ही जमकर सरकार पर हमला बोल रही है. वही मुआवजा मामले से विपक्ष को एक मौका ओर मिल गया है। यानी कांग्रेस आज पांडेय के मामले में राज्यपाल से मिलेगी तो ये मुद्दा भी उठाएगी की कैसे सरकार अपने वादे से पलट रही है..