जिलों में मुख्य चिकित्साधिकारी पद पर अपर निदेशकों की जगह संयुक्त निदेशकों को तैनात करने के मामले में स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी का झूठ सामने आया है। सेवा नियमावली को दरकिनार कर स्वास्थ्य मंत्री ने चहेते संयुक्त निदेशकों को सीएमओ बना दिया। जबकि राष्ट्रपति शासन के दौरान शासन ने अपर निदेशकों को तैनात करने का प्रस्ताव सूचीबद्ध किया था। दस मई को सरकार बहाल होते ही स्वास्थ्य मंत्री ने यह फाइल रुकवा दी और खुद की तैयार लिस्ट 17 जून को जारी कर दी।
अमर उजाला के संडे स्पेशल इंटरव्यू में जब उनसे एडी के बजाय जेडी को सीएमओ बनाए जाने का सवाल पूछा गया तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा था कि कोई एडी सीएमओ बनने को तैयार नहीं है। मंत्री के इस झूठ की पोल आरटीआई में मिली जानकारी ने खोलकर रख दी है।