हमेशा से ही मिडिया की सुर्खियों में रहने वाले डीएम दीपक रावत की मुश्किलें आने वाले दिनों में बढ़ सकती हैं। जिलाधिकारी दीपक रावत के खिलाफ सीजीएम कोर्ट हरिद्वार में हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज करवाया गया है। मातृसदन ने बंधक बनाकर जान से मारने की नीयत से हमला करने समेत कई धाराओं में हरिद्वार के जिलाधिकारी और उनके सुरक्षाकर्मी पर वाद दायर किया है।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि डीएम और उनके गनर के इशारे पर पुलिस कर्मचारी आत्मबोधानंद को वीआईपी रूम में ले गए, जहां उसे बंद कमरे में बंधक बनाकर जान से मारने की नीयत से बुरी तरह पीटा गया।दायर वाद में डीएम पर पीड़ित के मोबाइल में से समस्त डाटा साक्ष्य मिटाने के लिए गायब करने का आरोप लगाया है। मातृसदन के अधिवक्ता अरुण भदौरिया ने बताया कि सीजेएम कोर्ट ने दायर वाद को दर्ज कर अग्रिम तिथि 27 जनवरी 2018 शिकायतकर्ता के ब्यान दर्ज करने के लिए मुकर्रर की है।
बहरहाल जिलाधिकारी दीपक रावत पर धार्मिक भावनाएं आहत करने और हत्या का प्रयास आरोप लगाए गए हैं और IPC की धारा 201, 295, 298, 323, 324, 325, 326, 307, 341 एवं 342 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसमें मामले की सुनवाई 27 जनवरी को होगी।