ब्रेकिन / देहरादून : ई-गवर्नेंस की दिशा में प्रदेश का एक और कदम। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अपने दफ्तर में डैशबोर्ड से विभागों की मॉनिटरिंग करेंगे। सभी सचिव, विभागाध्यक्ष, और प्रदेश सभी जिलों के डीएम डैशबोर्ड से जुड़े रहेंगे। एनआईसी, आइटीडीए ने इस सॉफ्टवेयर को विकसित किया है
मुख्यसचिव एस रामास्वामी, अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश सहित सभी विभागीय सचिवों के सामने प्रभारी सचिव मुख्यमंत्री राधिका झा ने मंगलवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री मॉनिटरिंग डैशबोर्ड का प्रस्तुतिकरण किया । बताया गया कि इस डैशबोर्ड से मुख्यमंत्री अपने आफिस से ही सभी विभागों और जिलों की समीक्षा कर सकेंगे । इसके माध्यम से निर्देश दे सकेंगे और फॉलो अप कर सकेंगे । यह परफॉर्मेंस, चुनौतियों और प्रमुख परफॉर्मेंस संकेतकों की जानकारी प्राप्त करने में सहायक होगा । इस मोड्यूल में सरकार की प्राथमिकताएं, राज्य की उपलब्धियां, परफॉर्मेंस संकेतक, फ्लैगशिप प्रोग्राम, चुनौतियों वाले क्षेत्र, विभागों के परफॉर्मेंस की स्टार रेटिंग और चैट बोर्ड होगा । प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि इसमें ग्राउंड लेवल का डेटा और जिलों, ब्लॉक और गांव से इकट्ठा किया गया डेटा रहेगा ।मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि सभी विभाग किसी सक्षम अधिकारी को कोऑर्डिनेटर नामित करें । कोऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी होगी कि अपने विभाग से संबंधित सभी डेटा समय से अपडेट करें ।बताया जा रहा है कि इसमें ग्राफ़िक रिपोर्ट, दैनिक, मासिक रिपोर्ट, सबसे अधिक और सबसे कम परफॉर्मेंस वाले जिलों की रिपोर्ट, विभागवार डेटा सीडिंग रिपोर्ट, विभागवार सेवाओं की रिपोर्ट, योजना के अनुसार भौतिक और वित्तीय प्रगति की रिपोर्ट रहेगी । यदि इस रिपोर्ट में कुछ गलत पाया गया तो उच्च अधिकारी के पास ऑटोमेटेड एसएमएस चला जायेगा ।