भगवान गणेश प्रथम पूज्य है। उनकी पूजा का विधान सबसे पहले है। गणेश वन्दना के बाद ही कोई और वन्दना होती है। हिन्दू समाज प्रथम पूज्य गणेश को विघ्नहर्ता मानता है। मंगलमूर्ति श्रीगणेश और उनका श्रीयंत्र दोनों आम आदमी के लिए बहुत ज्यादा लाभकारी है। भगवान श्रीगणेश की स्तुति और उनके श्रीयंत्र का अर्चन वंदन हमें हर समस्या से मुक्त करता है। ऐसे प्रथम पूज्य गणेश के श्रीयंत्र के चमत्कारिक प्रयोग से पाठकों को अवगत कराना हमारा दायित्व है। आप इस श्रीगणेश यंत्र के बारे में जाने और इसे आगे शेयर करें ताकि और लोग भी इसका लाभ उठा पाएं।
गणेश यन्त्र के फायदे
भगवान शिव के पुत्र गणेश जी को हर शुभ कार्य को करने से पहले प्रथम पूजनीय माना गया है। यदि कोई पूजा-कर्म भी करवाया जा रहा है तो उससे पूर्व छोटी से गणेश पूजा होना अनिवार्य माना गया है। ऐसी मान्यता है कि गणेश जी का नाम लेने से ही किये जा रहे कार्य के सभी विघ्न दूर हो जाते हैं।
गणेश पूजा
नए घर का अद्घाटन हो, नई फैक्ट्री या ऑफिस की उद्घाटन या शादी-ब्याह जैसा कोई रीति-रिवाज ही क्यों ना हो, इन सभी कार्यों को करने के दौरान कोई विघ्न ना आए इसके लिए गणेश पूजा की जाती है।
गणेश यन्त्र के लाभ
किंतु जीवन के छोटे-छोटे विघ्नों को दूर करने के लिए क्या किया जाए? इसके लिए भी गणेश जी से जुड़ा ज्योतिष शास्त्र का एक उपाय मौजूद है। यह उपाय गणेश यंत्र द्वारा किया जाता है।
गणेश यन्त्र का प्रयोग
मार्केट से गणेश यंत्र लाएं और रोजाना इसकी विधिवत पूजा करें। पूजा के दौरान संकटनाशक गणेश स्त्रोत का पाठ करें। ऐसा करने से गणेश जी प्रसन्न होते हैं।
गणेश यन्त्र से जगाएं किस्मत
एक अन्य उपाय के अनुसार श्रीगणेश यंत्र के सामने गाय के घी से मिश्रित अन्न की आहुतियां देने से धन-धान्य की कमी नहीं होती। जीरा, सेंधा नमक एवं काली मिर्च से मिश्रित अष्टद्रव्यों से प्रतिदिन एक हजार आहुति देने से व्यक्ति एक ही पक्ष (15 दिनों) में धनवान हो जाता है, ऐसी मान्यता काफी प्रचलित है।
गणेश यन्त्र विधि
लेकिन अगर आप उपरोक्त बताई गई विधियों को करने में असमर्थ हो रहे हैं तो गणेश यंत्र के सामने बैठकर एक छोटा सा उपाय करें – – प्रतिदिन सुबह स्नान करने के पश्चात गणेश यंत्र के सामने आसन लगाएं और मूलमन्त्र (ऊँ गं गणपतयै नम:) का कम से कम 3 माला जाप करें। आपके जीवन पर आने वाले विघ्न पहले ही अपना रास्ता मोड़ लेंगे।