17 साल पहले आज ही के दिन न्यूयार्क में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर ट्विन टावर पर 11 सितंबर 2001 को हुए अलकायदा के आतंकी हमले ने अमेरिका को गहरा आघात दिया. ये एक ऐसी चोट थी जिससे शायद ही निजाद मिले.
लेकिन इस देश ने साहस दिखाते हुए इस त्रासदी से खुद को जल्द उबारा और आतंक के जवाब में ‘वन वर्ल्ड ट्रेड सेंटर’ नाम की ट्विन टावर से भी काफी ऊंची इमारत खड़ी कर दी. अमेरिकी लोगों की भावना को ध्यान में रखते हुए बनाई गई यह नई इमारत आतंकवाद के खिलाफ साहस की प्रतीक है.
वन वर्ल्ड ट्रेड सेंटर दुनिया का चौथा सबसे ऊंचा भवन है. दुबई के बुर्ज खलीफा, चीन के शंघाई टावर और सउदी अरब के मक्का रॉयल टावर के बाद इसका स्थान आता है.
वन वर्ल्ड ट्रेड सेंटर 1776 वर्गफुट क्षेत्र में बनी वेस्टर्न हेमीस्पेयर की सबसे ऊंची इमारत है. इसका शिखर इतना बड़ा है कि इसे अमेरिका के सबसे बड़े शहर में अधिकतर स्थानों से और न्यूजर्सी में हडसन नदी के पार से भी देखा जा सकता है.
इस बिल्डिंग की डिजाइन जर्मनी के डेनियल लिबेस्किंड ने तैयार की है. वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के स्थल पर वैकल्पिक इमारत बनाने के लिए नौ प्रस्ताव आए थे. स्वीकृत डिजाइन के अनुसार 541 मीटर ऊंची घुमावदार इमारत बनाई गई.
वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को न्यूयॉर्क के मेनहटन में 9/11 हमले वाली उसी जगह पर बनाया गया है जहां ट्विन टावर थे. इस इमारत की ऊंचाई 541 मीटर है और गुंबद के उच्च शिखर तक ऊंचाई 546 मीटर है. इसमें 104 मंजिल हैं. हमले के 13 साल बाद इसका निर्माण पूरा हुआ. इस निर्माण पर 3.9 अरब डालर खर्च हुए.
वन वर्ल्ड ट्रेड सेंटर इमारत को मजबूत बनाने के लिए इसके पिलर जमीन में 200 फुट गहराई तक ले जाए गए हैं. इस बिल्डिंग में 10 हजार मजदूरों ने बम निरोधक 20 मंजिला बेस सेट तैयार किया है. भवन की 102वीं मंजिल पर ऑब्जर्वेशन डेक बनाया गया है. इसके आसपास के इलाके में सुरक्षा के लिए 200 पुलिस कर्मी तैनात रहते हैं.