इंदिरा गांधी ने 1971 में नोटबंदी के प्रस्ताव को खारिज किया था, इस वजह से देश की अर्थव्यवस्था आज इस हाल में पहुंची है। पीएम नरेद्र मोदी ने संसदीय दल की बैठक में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ये बात कही। पीएम ने कहा कि उस वक्त चुनाव करीब थे और कांग्रेस चुनाव के डर से इसको लागू करने का हिम्मत नहीं जुटा पाई थी.
पीएम ने संसदीय दल को संबोधित करते हुए कहा कि 1971 में ही देश को नोटबंदी की जरूरत थी। उन्होंने उस समय में एक सीनियर प्रशासक की किताब का जिक्र करते हुए बताया कि यह प्रस्ताव तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के सामने लाया गया था। इंदिरा गांधी ने यह कहते हुए प्रस्ताव को खारिज कर दिया कि क्या कांग्रेस को आगे चुनाव नहीं लड़ना है।
उल्लेखनीय है कि आठ नवंबर की नोटबंदी की घोषणा के बाद से कांग्रेस लगातार सरकार को इस मोर्चे पर घेर रही है. राहुल गांधी ने तो बाकायदा इसके खिलाफ मुहिम छेड़ रही है. इसी पृष्ठभूमि में पीएम मोदी ने भाषण में यह भी कहा कि कांग्रेस के लिए देश नहीं दल सबसे ऊपर है और इसीलिए वे इस मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं लेकिन भाजपा के लिए देश सबसे ऊपर है.