प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को लाओस में इंडिया-आसियान समिट को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि आसियान भारत की एक्ट ईस्ट इंडिया पॉलिसी का केंद्र है और इस क्षेत्र में हमारे संबंध सौहार्द के स्रोत हैं. उन्होंने कहा कि भारत के आसियान देशों के साथ बहुत मजबूत संबंध है.
मोदी ने कहा कि आसियान इंडिया प्लान ऑफ एक्शन (2016-20) के तहत 54 गतिविधियों को पहले ही लागू किया जा चुका है. उन्होंने बढ़ती हिंसा और आतंकवाद और कट्टरवाद को समाज की सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया और कहा कि आतंक का निर्यात बंद होना चाहिए. ये तीसरा मौका है, जब पीएम मोदी इंडिया-आसियान समिट में शामिल हुए और उन्होंने इस बात का जिक्र अपने संबोधन में भी किया.