नैनीताल – प्री मानसून और आगामी मानसून सीज़न कों देखते हुए जिलाधिकारी नैनीताल ने जिला स्तर पर कंट्रोल रूम तत्काल खोलने के निर्देश जारी किये हैं, ताकी शो समय पर आपदा जैसे गंभीर हालातो से निपटा जा सके। वही इस बार आपदा जैसी कठिन और मुसीबत वाले हालातों से पहाड़ की बेटियाँ मुकाबला करने कों तैयार हैं।
प्राकृतिक आपदा कों देखते हुए जिले की तहसील, और आपदा के लिहाज़ से सवेदनशील इलाकों के लिये आवंटित सेटेलाइट फ़ोन कों संचालित करने, आपदा के दौरान काम करने वाले उपकरणो की ब्यबस्था करने के निर्देशित दिये हैं।
बाढ़ जैसे हालातो से निपटने के लिये जल पुलिस, और गोताखोरों की मदद ली जायेगी, जिले मेँ एसडीआरफ की 2 टीम एक्टिव मोड़ पर रहेंगी। इसके अलावा मैदानी इलाकों मेँ नहरों की सफाई करने के आदेश भी दिये गये हैं जिससे जलभराव की समस्या पैदा ना हो सके।
धीराज़ सिंह गर्बयाल, डीएम नैनीताल
आपदा प्रबंधन के लिहाज़ से नैनीताल जिले मेँ महिला पीआरडी जवानों कों आपदा ने निपटने की ट्रेनिंग दीं जा रही हैं। जिससे ग्रामीण इलाकों मेँ आपदा जैसे हालातो के दौरान सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन तुरंत चलाया जा सके। महिला मंगल दल और पीआरडी जवान कठिन हालातो मेँ आपदा से निपटने के गुर सीख रहें हैं।
नैनीताल जिले के रामगढ इलाके मेँ पिछली बार आयी आपदा मेँ भारी जानमाल का नुकसान हुआ था, लिहाज़ा ग्रामीण इलाकों मेँ आपदा राहत बचाव कार्य जल्द से जल्द शुरू हो सके इसलिए मानसून कों लेकर पहले से ही अलर्ट किया जा रहा है।
इस साल जिस तरह से तूफान और बारिश पहले से ही उत्तराखंड मेँ कहर बरपा रही है उससे आने वाले दिनों मेँ मानसून की भयंकर दस्तक कों लेकर अधिकारी अलर्ट मोड़ पर आ गये हैं। जबकि दोस्ती तरफ एसडीआरफ के साथ इस बार पहाड़ की बेटियाँ भी आपदा का सामना मजबूती से करने कों तैयार ख़डी हैं।