2012 में सांसद मनोनीत होने के बाद पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर गुरुवार को राज्यसभा में ‘राइट टू प्ले’ के मुद्दे पर अपना पहला भाषण देने वाले थे, लेकिन विपक्ष के हंगामे के कारण वो राज्यसभा में अपना ‘डेब्यू’ स्पीच तक भी नहीं दे पाएं।
गुरुवार को भी 2जी स्पेक्ट्रम केस में मनमोहन सिंह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई टिपण्णी से नाराज कांग्रेसियों ने हंगामा किया, जिसकी वजह सदन की कार्यवाही पहले 12 बजे तक स्थगित की गई। इसके बाद जब दोबारा सदन की कार्यवाही 2 बजे शुरू हुई तो फिर से कांग्रेसी सांसदों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। इस दौरान टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी भारत रत्न और सांसद सचिन तेंदुलकर गुरुवार को राज्यसभा में पहली बार भाषण देने वाले थे, लेकिन जैसे वो कुछ बोलते विपक्ष का हंगामा तेज हो गया।
सूत्रों ने बताया कि सचिन अपने ‘डेब्यू’ स्पीच में देश में खेल और खिलाड़ियों को लेकर स्थिति और उनकी जरूरतों को लेकर अपनी बात रखने वाले थे। इसके अलावा ओलंपिक की तैयारियों और किस तरह भारतीय खिलाड़ी दुनियाभर में अच्छा प्रदर्शन कर सकते है इस पर भी सचिन अपने सुझावों को रखने वाले थे। साथ ही इस दौरान स्कूल के सिलेबस में खेल को विषय के तौर रखें जाने को लेकर भी सचिन चर्चा करने वाले थे।