रानीखेत: रक्षा सहयोग एवं सामरिक रिश्तों की मजबूती का सन्देश देने के साथ ही देश दुनिया की सबसे बड़ी चुनौती आतंकवाद के खात्मे को भारत एवं अमेरिका का संयुक्त सैन्य युद्ध अभ्यास 2016 का मंगलवार को समापन हो गया।
‘जन गण मन’ व स्टार स्पंगल्ड बैनर के साथ दोनों लोकतांत्रिक देशों के सैनिकों ने फ्लैग मार्च निकाला। भारत व अमेरिकी सैन्य अफसरों ने सलामी ली। दोनों देशों के राष्ट्रीय ध्वज फहराए गए। भारतीय सेना के ऐतिहासिक गरुड़ डिवीजन के मैदान में विश्व के सबसे बड़े गणतांत्रिक राष्ट्र भारत एवं दुनिया की महाशक्ति अमेरिका के बीच मंगलवार को 12वें संयुक्त युद्धाभ्यास का समापन हुआ।
रेजीमेंट की बैंड धुन पर मैत्री द्वार से दोनों गणतांत्रिक देशों के सैनिक फ्लैग मार्च करते हुए आगे बढ़े। अपने-अपने देशों की सैन्य परंपरा का निर्वहन करते हुए भारत एवं अमेरिका के राष्ट्रीय ध्वज लहराए गए। भारतीय सेना के डिविजन कंमाडर मेजर जनरल आरके रैना ने युद्धाभ्यास को सफल बताते हुए दोनों देशों के बीच मजबूत हो रहे रिश्तों की कड़ी बताया।
अमेरिकी सेना के नेशनल गॉड जनरल लोरेंस हैस्किन्स ने कहा कि आज भारत की अनुशासित, बहादुर व शांतिप्रिय सेना से हमारी दोस्ती मजबूत हो रही है।
हैस्किन्स ने भारतीय सेना की खूब तारीफ़ की। उन्होंने भी इसी बात पर जोर दिया कि मिलजुल कर ही आतंकवाद का सफाया किया जा सकता है। अमेरिकी सैनिक दल का प्रतिनिधित्व इंफेंट्री डिवीजन, जबकि भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व कांगो ब्रिगेड के जांबाजो ने किया।