अल्मोड़ा-उत्तराखंड में इन दिनों मानव वन्यजीव संघर्ष घटनाओं में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। आए दिन सूबे के अलग-अलग जिलों से जंगली जानवरों के हमले की खौफनाक खबरें सामने आ रही हैं। जंगली जानवरों की मानव बस्ती में सक्रियता के कारण लोग बेहद डरे हुए हैं। आए दिन जंगली जानवर मासूम लोगों को अपना निवाला बना रहे हैं। गुलदार के हमले की ताजा खबर अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर से सामने आई है। सोमेश्वर के चनौदा न्याय पंचायत के गुरूड़ा गांव में गुलदार में एक 16 साल के किशोर को हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। गुलदार के हमले के समय युवक अपने अन्य साथियों के साथ में जंगल में जानवरों को चराने ले गया था जहां पर पहले से ही घात लगाए बैठे गुलदार ने किशोर के ऊपर हमला कर दिया। वह तो किशोर की खुशकिस्मती रही कि उसने किसी तरह खुद को गुलदार के चंगुल से बचाया और 50 फीट गहरी खाई में कूद कर अपनी जान बचाई। किशोर पर हमला कर गुलदार वापस जंगल की ओर भाग गया। वहीं किशोर के साथ आए दोस्तों ने उसको खाई से निकाला और तुरंत ही ग्रामीणों को इस बारे में सूचित किया। ग्रामीणों ने उसको प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सोमेश्वर पहुंचाया जहां पर चिकित्सकों द्वारा उसका उपचार चल रहा है।
किशोर की हालत स्थिर बताई जा रही है। हादसे के बाद से ही गांव के लोगों के बीच में हड़कंप मचा हुआ है और सभी लोग बेहद डरे हुए हैं। चलिए आपको पूरे मामले से अवगत कराते हैं। आदर्श बोरा पुत्र राजेंद्र बोरा अपने चार दोस्तों के साथ नजदीक के ही एक जंगल में मवेशियों को घास चराने गया हुआ था। वहां पहले से ही गुलदार घात लगाए बैठा हुआ था। गुलदार ने अचानक ही बैल पर हमला कर दिया। गुलदार को देख सभी युवकों के होश उड़ गए और वे शोर मचाने लगे। शोरगुल होने पर गुलदार जानवरों को छोड़कर आदर्श बोरा पर झपट पड़ा। उसके साथियों के शोर मचाने पर भी गुलदार ने उसको नहीं छोड़ा। वो तो खुशकिस्मति यह रही कि आदर्श ने गुलदार के चंगुल से छूट कर 50 फीट गहरी खाई में कूदकर अपनी जान बचाई। गुलदार के भागने के बाद उसके साथियों ने उसको खाई से निकाल कर गांव तक पहुंचाया। ग्रामीणों ने घायल आदर्श को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सोमेश्वर में भर्ती कराया, जहां उसका उपचार चल रहा है।
अंकित बोरा ने बताया कि अपने बैल को गुलदार के चंगुल से छुड़ाते समय गुलदार उसके ऊपर झपट पड़ा। वहीं हादसे के बाद से गांव में कोहराम मचा हुआ है और लोगों के बीच खौफ पसरा हुआ है। वहीं सरपंच लीला बोरा ने बताया है कि गांव में गुलदार के हमले की यह दूसरी घटना है। एक माह के भीतर गुलदार के हमले की दो घटनाएं गांव हो चुकी हैं।इससे पहले गांव के निवासी दीवान सिंह पर गुलदार ने जानलेवा हमला किया था और उनकी दो बकरियों को निवाला बनाया था। वहीं गांववालों ने वन विभाग से गांव के समीप पिंजरा लगाने की पुरजोर मांग की है। इसी के साथ गुलदार के हमले में घायल किशोर को मुआवजा दिए जाने की मांग भी की है। वहीं, वन विभाग के वन क्षेत्राधिकारी बिशन लाल का कहना है कि हादसे के बाद कर्मचारियों को मौके पर भेजा गया है और उचित कार्यवाही की जाएगी।