उत्तराखंड में जब भी आपदा आयी, कईयों ने अपने घर खोए। सरकार की तरफ से घर उपलब्ध कराने की बाते भी होती है पर कम समय में पीड़ितों को घर मुहैया कराना चुनौती से कम नही होता।
पर अब एक ऐसी तकनीक लायी गई है इसके जरिये मात्र दो-तीन घंटे में डिजास्टर रिलीफ शेल्टर का निर्माण कर आपदा पीड़ितों को राहत दी जा सकती है।
सीबीआरआइ रुड़की के विकास, निर्माण और प्रसार समूह के वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक एसके नेगी ने डिजास्टर रिलीफ शेल्टर तकनीक विकसित की है।
नेगी के अनुसार 200 से 250 वर्ग फीट क्षेत्र में एल्युमीनियम फ्रेम का प्रयोग करके पांच-छह सदस्यीय परिवार के लिए राहत आश्रय बनाया जा सकता है। डिजास्टर रिलीफ शेल्टर बनाने में एल्युमीनियम फ्रेम के अलावा जरूरत के अनुसार साधारण तिरपाल, पॉली कॉर्बन एवं जीआइ शीट का प्रयोग किया जा सकता है। काफी कम वजनी होने के कारण इसे फोल्ड कर एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से ले जाया जा सकता है।