अमिताभ बच्चन और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी की दोस्ती में क्यों पड़ी दरार,जानिए क्यों?

20 अगस्त 1944 को जन्मे राजीव गांघी भारत के लोकप्रिय नेताओ में जाने जाते है आपको जानकर हैरानी होगी कि राजीव गाँधी और सुपर स्टार अमिताभ बच्चन कभी पक्के दोस्त माने जाते थे लेकिन बाद में इनकी गहरी दोस्ती में कड़वाहट आ गई जिसके बाद दोनों दोस्तों की राह अलग हो गई…. जानिए क्यों

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी और सुपर स्टार अमिताभ बच्चन तब से दोस्त थे जब अमिताभ के पिता हरीवंश राय बच्चन और राजीव गांघी के नाना पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू गाँधी अच्छे दोस्त थे ऐसे में इन्हे यह दोस्ती विरासत में मिली है राजीव और अमिताभ बचपन से एक दूसरे को जानते थे दोनों का बचपन एक साथ गुजरा।

कॉग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी से भी बच्चन परिवार का बेहद करीबी पुराना नाता रहा है 13 जनवरी 1968 को जब सोनिया गाँधी इटली से भारत आई तो राजीव गाँधी के कहने पर ही अमिताभ बच्चन उन्हें एयरपोर्ट गए थे भारत आने के 43 दिन बाद राजीव और सोनिया की शादी हुई थी इस दौरान सोनिया अमिताभ बच्चन के घर उनके माता-पिता के साथ रही थी

आपको जानकर हैरानी होगी कि राजीव गाँधी के कहने पर 1984 के आम चुनाव में इलाहाबाद सीट से मैदान पर उतरे और जीते भी… लेकिन अमिताभ बच्चन ज्यादा समय तक राजनीती में नहीं रहे

अमिताभ के राजनीती में आए कुछ साल ही हुए थे तभी सरकार पर बोफोर्स घोटाले के आरोप में घिर गई और ऐसा बवाल मचा कि अमिताभ बच्चन भी निशाने पर आने लगे.. इसे परेशान होकर अमिताभ ने तीन साल में ही इस्तीफा दे दिया। राजीव गाँधी को अमिताभ का फैसला नागवार गुजरा और दोनों की दोस्ती में दरार पड़ गई

सन 1991 में राजीव गाँधी की हत्या के बाद दोनों परिवारों के बीच की दूरिया और बढ़ गई… बताया जा रहा है की एबीसीएल कंपनी में घाटे की वजह से अमिताभ को भारी नुकशान हुआ था तब उधोगपति और सपा नेता अमर सिंह ने अमिताभ की मदद की थी इसके बाद अमिताभ ने गाँधी परिवार से नाता तोड़ सपा खेमे में शामिल हो गए

 

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