
पहाड़ों की रानी मसूरी में कुछ दिन पहले हिन्दुस्तान के खिलाफ नारेबाजी का मामला सामने आया था जिसकी जांच पुलिस कर रही है, और अब मसूरी की ट्रेडर्स एसोसिएशन ने फैसला किया है कि किसी भी कश्मीरी नागरिक को दुकान किराये पर नहीं दी जाएगी।
मंगलवार को मसूरी ट्रेडर्स की बैठक में सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया। इतना ही नहीं यह भी फैसला हुआ कि जिन कश्मीरियों को दुकान किराये पर दी जा चुकी हैं, उनसे फरवरी 2018 तक दुकान खाली करवा ली जाएगी।
एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने 18 जून की रात मसूरी में देश के खिलाफ हुई नारेबाजी की घटना की निंदा की। उन्होंने कहा कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए।बैठक में यह भी कहा गया है कि भविष्य में किसी भी कश्मीरी को मसूरी में दुकान आदि किराये पर नहीं दी जाएगी और अलावा सड़क किनारे पटरी व्यापार करने वाले कश्मीरियों को भी वहां बैठने की इजाजत नहीं दी जाएगी। एसोसिएशन ने नगरवासियों से भी अपील की गई कि वह किसी भी कश्मीरी को अपने यहां दुकान या कमरा किराये पर न दें। वक्ताओं ने कहा कि उनकी किसी भी प्रकार की व्यावसायिक गतिविधियों का समर्थन नहीं किया जाएगा। शहर की सुरक्षा के लिए पुलिस और एलआइयू से सत्यापन अभियान चलाने की मांग की गई।