अपनी ही राह पर चलते प्रदेश के मुख्यमंत्री

कल यानी सोमवार को यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज (यूपीईएस) में  दीक्षा समारोह का आयोजन किया गया, यह वह मौका था जिसका इंतज़ार कई छात्र कर रहे थे, इस समारोह में शिक्षा मंत्री प्रकाश जावडेकर, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और सूबे के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने भी शिरकत की।

इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने समारोह के दौरान दीक्षा समारोह की पोशाक (गाउन) पहनने से साफ इन्कार कर दिया जबकि मंच पर पहले से मौजूद केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, राज्यपाल डॉ. केके पाल, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. धन सिंह रावत आदि पोशाक पहने हुए थे।

मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में भी उपाधि लेने वाले छात्रों और मंचासीन पदाधिकारियों को दो टूक कहा कि आखिर कब तक हम फिरंगियों की निशानी वाली ड्रेस पहनकर इसे अपनी शान समझते रहेंगे। मुख्यमंत्री ने छात्रों से दीक्षा समारोह में स्वदेशी पोशाक पहनने के लिए कहा।

मुख्यमंत्री ने कहा की दीक्षा पोषक फिरंगियों की निशानी है, जिसका हमें परित्याग करना होगा और हमें स्वदेशी संस्कृति अपनानी चाहिए। मुख्यमंत्री की इस अपील का छात्रों व अभिभावकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से जोरदार स्वागत किया।

मुख्यमंत्री ने यूपीईएस प्रबंधन को जिम्मेदारी सौंपी कि वह स्वदेशी दीक्षा समारोह गणवेश बनवाएं, जिसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।

वैसे आपको एक और तस्वीर दिखा दे जिसमे भारत के प्रधान मंत्री ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के 42 वें दीक्षांत समारोह में डॉक्टर्स को पुरस्कारों दे रहे है, इसमें प्रधानमंत्री ने  भी दीक्षा पोषक ही  पहनी हुई है.

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