हरिद्वार/रुड़की – दो दिन पूर्व थाना भगवानपुर क्षेत्र अंतर्गत चांद कॉलोनी में किराए के मकान में अनाज की टंकी में शव बरामद हुआ था। वहीं घटना के खुलासे के लिए अलग-अलग पुलिस व सीएआईयू टीमों का गठन किया गया था। वहीं छानबीन के दौरान पुलिस पूछताछ में मकान मालिक द्वारा बताया गया था कि उसने किरायेदारों का सत्यापन नहीं किया था और किरायेदारों के नाम पते के बारे में भी कोई जानकारी नहीं है।
वहीं मृतक की जेब से एनटीएल कंपनी का एक कागज मिला था जिस आधार पर मृतक की शिनाख्त नितिन भंडारी निवासी ग्राम चौडिख थाना पौड़ी चौकी पाबौ तहसील पौड़ी जनपद गढ़वाल के रूप में हुई थी। वहीं किराए के मकान में मृतक के साथ अन्य लोग भी रहते थे पुलिस द्वारा मुखबिर का जाल फैलाया गया और सीसीटीवी खंगाले गए। इस दौरान इलेक्ट्रॉनिक सर्विलेंस के आधार पर आरोपियों के नंबर की आईडी ट्रेस की गई जिससे आईडी बुलंदशहर उत्तर प्रदेश की मिली थी।
वहीं पुलिस ने तत्काल कार्यवाही करते हुए एक टीम को बुलंदशहर रवाना किया। जिससे पता चला कि घटना को अंजाम देने के पश्चात आरोपी जयपुर ग्रेटर नोएडा बुलंदशहर गाजियाबाद सहित अलग अलग अलग शहरों में ठहरे हुए हैं। जिस पर पुलिस की अलग-अलग टीमों ने दबिश देकर आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों ने शव को छुपाने के लिए कस्बा भगवानपुर बाजार से एक अनाज की टंकी खरीदी थी और मृतक नितिन की हत्या कर शव को अनाज की टंकी में छिपाकर किराए का मकान खाली कर बुलंदशहर चले गए थे। वहीं एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह ने बताया कि हत्याकांड में एक नाबालिग सहित तीन भाइयों और उनकी मां ने मिलकर उधार के पैसे मांगने के विवाद में अंकित की हत्या की थी।
पुलिस कप्तान अजय सिंह ने रुड़की सिविल लाइंस कोतवाली में हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपियों से संयुक्त रूप से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि हम दोनों सगे भाई हैं।
हमने अपनी मां गुलशन बेगम और छोटे भाई (नाबालिग) के साथ मिलकर कुछ दिन पहले पैसे वापस न लौटाने के चक्कर में भगवानपुर में नितिन भंडारी की हत्या कर दी थी। उसके शव को हम चारों ने मिलकर अनाज की टंकी में छुपा कर कंबलों से ढक दिया था और हम लोग कमरे का ताला लगाकर भाग आए थे। हम नितिन भंडारी को भगवानपुर में प्लॉट दिलवा रहे थे जिसके लिए हमने नितिन से डेढ़ लाख रुपए नगद व लगभग 1 लाख 20 हज़ार रुपये अपने खाते में पेमेंट लिया था। जिसमें से 1 लाख 10 हज़ार रुपये पुलिस द्वारा बरामद कर लिए गए हैं।