यह माह अधिकमास या मालमास है. जिसे ज्योतिशास्त्र के अनुसार बेहद शुभ माना जाता है. इस माह में शनिवार की पूजा करना बेहद शुभ माना जाता है. शनिवार को शनिदेव व पीपल के पेड़ की पूजा की जाती है. इस माह में अगर हर रोज पीपल के पेड़ की पूजा की जाए तो सभी तरह के दोष शांत हो सकता है. जाने माने ज्योतिशास्त्र का कहना है कि अधिकामास में पीपल के पेड़ में दीप जलाने से धन, आयु, संतान और कामकाज संबंधी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है.
यदि नौकरीपेशे वाले लोग रोजाना पीपल के पेड़ की पूजा न कर पाए तो वह शनिवार को जरूर पूजा करें ऐसा करने से जन्मकुंडली के सभी दोष खत्म होंगे और बिगड़े काम बनना शुरू हो जाएंगे. शनिवार को सरसों का दीप जलाने से शनिदेव तो प्रसन्न होंगे ही साथ अधिकमास में पीपल के पेड़ पर दीप जलाने से भगवान कृष्ण भी खुश होंगे. इस दिन पीपल की पूजा के लिए आप गुड़ भी चढ़ा सकते हैं.
इस दिन पूजा करने के लिए शनिवार की सूर्योदय से पूर्व स्नान आदि करने के बाद सफेद कपड़े पहनकर पीपल के पेड़ की पूजा करें. पीपल पर केसर, चंदन, चावल और फूल अर्पित करें. साथ ही जल चढ़ाएं. जल चढ़ाने के बाद पीपल पर तिल का तेल का दीप जलाएं. साथ ही अधिकामास में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा होती हैं इसीलिए इस पूजा के दौरान भगवान कृष्ण पूजा मंत्र का जाप करें. जाप के दौरान आप 11 परिक्रमा करें.
अश्वत्थ मंत्र
आयु: प्रजां धनं धान्यं सौभाग्यंसर्वसम्पदम्।
देहि देव महावृक्ष त्वामहं शरणं गत:।।
श्रीविष्णु-श्रीकृष्ण मंत्र
दामोदरं पद्मनाभं केशवं गरुडध्वजम्।
गोविन्दमच्युतं कृष्णमनन्तमपराजितम्।