उत्तराखंड में सबसे तेजी से बढ़ते पर्यटक स्थलों में से एक मुंसियारी में पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा दोनों जगहों से पहुंचा जा सकता है. मुंसियारी के पास ही खलिया टॉप है जो पर्यटकों में बेहद लोकप्रिय है. खलिया टॉप से हिमालय के चोटियां आमने सामने दिखती हैं. मिलम ग्लेशियर और रालम ग्लेसियर पहुंचने के लिए भी मुंसियारी ही आना पड़ता है.
यह उत्तराखण्ड में जिला पिथौरागढ़ का सीमांत क्षेत्र है जो एक तरफ तिब्बत सीमा और दूसरी ओर नेपाल सीमा से लगा हुआ है। मुनस्यारी चारो ओर से पर्वतो से घिरा हुआ है। मुनस्यारी के सामने विशाल हिमालय पर्वत श्रंखला का विश्व प्रसिद्ध पंचचूली पर्वत (हिमालय की पांच चोटियां) जिसे किवदंतियो के अनुसार पांडवों के स्वर्गारोहण का प्रतीक माना जाता है, बाई तरफ नन्दा देवी और त्रिशूल पर्वत, दाई तरफ डानाधार जो एक खूबसूरत पिकनिक स्पॉट भी है और पीछे की ओर खलिया टॉप है।
वैसे तो मुनस्यारी का मौसम पूरे साल भर खुशनुमा रहता है किन्तु अप्रैल से मई और सितम्बर से नवम्बर तक भ्रमण योग्य है। मुनस्यारी में वर्ष के चारों ऋतुओं का आनन्द लिया जा सकता है। बसंत ऋतु में यहां की छटा देखने लायक होती है। जून और जुलाई में यहां काफी बारिश होती है जिससे कभी-कभी रास्ते ब्लॉक हो जाते हैं। आप यहाँ नवम्बर से फरवरी तक बर्फ-बारी का मजा ले सकते है।
मुनस्यारी में ठहरने के लिए काफी होटल, लॉज और गेस्ट हाउस है। गर्मी के सीजन में यहां के होटल खचाखच भरे रहते है इसलिए इस मौसम में वहां जाने से पहले ठहरने के लिए कमरे की बुकिंग जरूर करा लेना चाहिए क्योंकि इस समय में यहां पर देसी और विदेशी पर्यटकों की भीड़ बहुत अधिक बढ़ जाती है। विदेशी पर्यटक यहां खासकर ट्रैकिंग और माउंटेनियरिंग के लिए आते हैं।
कैसे पहुंचे : काठगोदाम हल्द्वाोनी रेलवे स्टे्शन से मुनस्या री की दूरी लगभग 295 किलोमीटर है और नैनीताल से 265 किलोमीटर है. काठगोदाम से मुनस्याीरी की यात्रा बस अथवा टैक्सीि के माध्यटम से की जा सकती है.
घूमने के लिए बेस्ट टाइम : आप नवम्बर से फरवरी के बीच यहां घूम सकते हैं.