अगर पेट की है समस्या तो एक छोटा सा करें ये घरेलू उपाये!

लोग अक्सर सुबह पेट साफ न होने की समस्या से परेशान रहते हैं जिसमे ज्यादातर भारतीय इस समस्या का सामना कर रहे हैं। पेट न साफ होने से सिरदर्द, पेट फूलना, डकार आना आदि समस्याएं बनी रहती है। और इसी वजह से शरीर का विकास भी नहीं हो पाता है। ऐसे में पेट का साफ होना बहुत जरूरी हो जाता है। अगर आप इस समस्या से परेशान हैं तो हम आपको कई जरुरी बातें बतायेंगे जिसकी मदद से आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।

कारण
सुबह पेट साफ न होने का कारण हमारा खानपान और हमारी दिनचर्या है। अगर हम अपना खानपान का ध्यान रखें और समय से भोजन करें तो इस तरह की समस्या बिना किसी दवाई के ठीक हो सकती है। इसलिए, सुबह नाश्ता भरपेट जरूर करें। दोपहर में भी समय से खाना खाएं। रात में सोने से 3 घंटे पहले हल्का भोजन करें। खाने में ज्यातर फाइबर युक्‍त चीजों का प्रयोग करें। इससे आंतों की अच्‍छी तरह से सफाई हो जाती है। इसके अलावा दिनभर में 8 से 10 गिलास पानी पियें साथ ही रोजाना अपनी दिनचर्या में योग, व्यायाम को भी शामिल करें।

 उपाए

रोजाना सोने से पहले एक चम्मच आंवला पाउडर का सेवन कर आप अपच की समस्या से मुक्ति पा सकते हैं। इसके अलावा त्रिफला चूर्ण भी ले सकते हैं।

खाना खाने के बाद आप रोजाना सौंफ का सेवन कर सकते हैं। यह आपके आंतों की अच्छी तरह से सफाई करता है। इसके सेवन से आपका पेट हमेंशा सही रहेगा। इसे खाने से पेट में गैस नहीं बनता।

छाछ में औषधीय गुण मौजूद है। खाने खाने के दौरान पानी पीने के बजाए छाछ का सेवन करें। इससे आपका हाजमा ठीक रहेगा। सुबह के समय आपका पेट बिल्कुल साफ हो जाएगा। इसका सेवन आप दोपहर के खाने के साथ करें तो बेहतर होगा।

अधिक से अधिक सलाद खाएं । सलाद में आप मूली, गाजर, टमाटर, चुकंदर, खीरा खा सकते हैं। इसमें फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है जो आंतों को अच्छी तरह से साफ़ करता हैं।

एक बात का हमेशा ध्‍यान रखें कि खाना खाने के दौरान कभी भी पानी का सेवन न करें। खाने के 40 मिनट बाद पानी पीने से पाचनतंत्र ठीक रहता है और खाना भी आसानी से पच जाता है। इसके साथ पूरे दिन में थोड़ी-थोड़ी देर में पानी को घूंट-घूंट कर पीते रहें।

 

वज्रासन
नियमित वज्रासन का अभ्यास वेरिकोज वेन्स, ज्वॉइंट पेन और गठिया जैसे रोगों को दूर रखने में मददगार है। पेट और गर्भाशय की मांसपेशियों को शक्ति देता है। साइटिका और रीढ़ के निचले भाग तथा पैरों के तनाव को यह आसन दूर करता है। हार्निया के रोगों के लिए यह आसन बहुत ही उपयोगी है।

वज्रासन करने का तरीका
खाना खाने के बाद चटाई बिछा कर बैठ जाएं। दोनों घुटनों को मोड़ लें और पंजों के बल नीचे बैठ जाएं। दोनों पैरों के अंगूठे आपस में मिल रहे हों और एड़ियों में थोड़ी दूरी होनी चाहिए। इसे करते समय शरीर का पूरा भार अपने पैरों पर डालें और कमर एकदम सीधी रखें। अब इसी अवस्था में दस मिनट बैठे रहें है और लम्बी-लम्बी सांस लें। वज्रासन के दौरान शरीर के बीच भाग पर सबसे अधिक दबाव पड़ता है जिससे पेट और आंतों पर हल्का दबाव पड़ता है और कब्ज की दिक्कत दूर और पाचन ठीक रहता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here