भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कांग्रेस और विपक्षी दलों के पेट्रोल डीजल की कीमतो में वृद्धि पर हंगामे को अविवेकपूर्ण, तर्कहीन और पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित बताया। कौशिक ने कहा कि अंतराष्ट्रीय बाजार में तेल 70 ड़ालर प्रति वैरल तक पहुँँच गया है और इसका असर भारत के घरेलू बाजार पर स्पष्ट तौर पर पड़ा। भारत अपनी जरुरत का 80 प्रतिशत तेल आयात करता है। इसका असर कुछ समय जरूर उपभोक्ताओ पर पड़ रहा है, लेकिन जो विपक्ष इस पर हल्ला मचा रहा है, कांग्रेस को लोगो की ज़रा भी चिन्ता है तो वह अपने शासित प्रदेशों में वेट चार्ज घटाकर लोगों को राहत दे सकता है। कांग्रेस शासित महारास्ट्र,राजस्थान और छत्तीसगढ और पंजाब जैसे राज्यों में तेल पर वेट अधिक है जो देश में सर्वाधिक है। राजस्थान में 38 प्रतिशत तेल पर वेट लगाया गया है तो महाराष्ट्र में 42 प्रतिशत तक वेट चार्ज किया जा रहा है। वहीं पंजाब में 36 प्रतिशत वेट तेल पर लगाया जा रहा है। दूसरी ओर भाजपा शासित कई प्रदेशो में सरकार ने वेट में कमी कर लोगो को राहत दी है।
कौशिक ने कहा कि कोरोना काल में सेवा कार्यों के बजाय कांग्रेस इसे अवसर के तौर पर देख रही है। विपक्षी कांग्रेस ने पेट्रोल-डीजल की कीमतो को लेकर विरोध प्रदर्शन आयोजित किया है, लेकिन उसे जनता की समस्या को लेकर कोई लेना देना नहीं है। वह अपने शासित प्रदेशो में लोगों को वैट घटाकर राहत दे सकती है। फिलहाल कोरोना से लोगो को मदद की जरुरत है,लेकिन वह ऐसे समय में भी महज राजनीति कर रही है और जनता भी उसके असली चेहेरे को जानती है इसीलिये आज पार्टी हासिये पर है। धरना प्रदर्शन के बजाय पार्टी सेवा कार्यों में लगती तो इसका बेहतर संदेश आम लोगों के बीच जाता और हम कोरोना के खिलाफ अधिक मजबूती से खड़े होते।